चेन्नई, तमिलनाडु में बीपीआरएंडडी तथा तमिलनाडु पुलिस के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित 11वें राष्ट्रीय महिला पुलिस सम्मेलन में उत्तर प्रदेश से सात महिला अधिकारियों का प्रतिनिधिमंडल सम्मिलित हुआ। इस प्रतिनिधिमंडल में एडीजी महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन (WCSO) श्रीमती पद्मजा चौहान, एसपी WCSO/1090 श्रीमती वृंदा शुक्ला, अपर पुलिस अधीक्षक सम्भल , सुश्री अनुकृति शर्मा सहित अन्य महिला अधिकारी शामिल थीं ।

सम्मेलन में देश के सभी राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों, अर्धसैनिक बलों तथा एनआईए जैसी विशिष्ट एजेंसियों से डीजी/एडीजी स्तर से लेकर कांस्टेबल तक की महिला पुलिसकर्मियों ने भाग लिया। इसका उद्देश्य महिला पुलिस बल की भागीदारी को बढ़ाने, उन्हें मुख्यधारा में लाने तथा पुलिसिंग के हर क्षेत्र में उन्हें उत्कृष्टता प्राप्त करने हेतु प्रेरित करना रहा। सम्मेलन में विभिन्न राज्यों से आये प्रतिनिधियों ने अपने राज्यों की सर्वोत्तम प्रथाओं को प्रदर्शित करने के लिए प्रस्तुतियाँ पेश कीं।
इस वर्ष के सम्मेलन की निम्नलिखित प्रमुख विषय थे : मानव तस्करी की रोकथाम में श्रेष्ठ कार्य प्रणालियाँ । इस अवसर पर आईपीएस वृंदा शुक्ला, एसपी WCSO/1090 द्वारा “महिला सशक्तिकरण हेतु विचार एवं दृष्टिकोण” विषय पर प्रस्तुति दी गई। उन्होंने मिशन शक्ति, महिला सहायता डेस्क, महिला बीट प्रणाली, ITSSO पोर्टल के माध्यम से महिला अपराधों की समयबद्ध जांच तथा उच्च दंडात्मक दर जैसे उत्तर प्रदेश के सशक्त मॉडल को साझा किया, जिसने राष्ट्रीय औसत से कहीं बेहतर प्रदर्शन कर महिला अपराधों की रोकथाम और न्याय सुनिश्चित किया है। प्रस्तुतिकरण में माननीय मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के मजबूत राजनैतिक इच्छाशक्ति और नेतृत्व को भी रेखांकित किया गया, जिन्होंने इस अभियान को राज्य की प्राथमिकता बनाया । सम्मेलन में यह स्पष्ट किया गया कि जब तक महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं होगी, तब तक किसी भी प्रकार का सशक्तिकरण पूर्ण नहीं कहा जा सकता और यही कारण है कि उत्तर प्रदेश पुलिस को सशक्तिकरण के इस मिशन का केंद्र-बिंदु बनाया गया है। उत्तर प्रदेश को देश में सर्वाधिक महिला पुलिसकर्मियों वाले राज्य के रूप में भी सराहा गया, जिसके बाद तमिलनाडु का स्थान रहा। बीपीआरएंडडी द्वारा सम्मेलन में पुलिसिंग में विशिष्ट योगदान देने वाली महिला अधिकारियों के सम्मान हेतु नामांकन भी आमंत्रित किए गए थे। देशभर से चयनित 14 सम्मानित अधिकारियों में एडीजी WCSO श्रीमती पद्मजा चौहान का भी चयन किया गया। उन्हें मिशन शक्ति के पांचवें चरण में महिला बीट सिपाहियों की भूमिका के विस्तार तथा महिला अपराधों की रोकथाम हेतु एसिड बिक्री, अश्लील साहित्य/वीडियो की जब्ती, अवैध स्पा/मसाज सेंटर की जांच, महिला आश्रय गृहों की निगरानी, और जमानत पर छूटे अपराधियों पर निगाह रखने जैसे अभियानों के लिए सम्मानित किया गया। इन अभियानों के माध्यम से राज्य भर में सैकड़ों एफआईआर व रोकथामी कार्यवाहियाँ की गईं। सम्मेलन के उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय तथा समापन सत्र की अध्यक्षता तमिलनाडु के माननीय उपमुख्यमंत्री उदयनिधि स्टालिन द्वारा की गयी ।
भर्ती, प्रशिक्षण, लैंगिक संवेदनशीलता, वर्दी एवं उपकरण ।
मुख्यधारा में लाना एवं कैरियर में प्रगति ।
कार्य और जीवन में संतुलन ।
कल्याणकारी उपाय एवं मानसिक स्वास्थ्य ।
महिला सशक्तिकरण हेतु विचार एवं दृष्टिकोण ।