लखनऊ : उत्तर प्रदेश MSME सम्मलेन ”Transforming Reforms for Global Competitiveness” कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में ब्रजेश पाठक उपमुख्यमंत्री ने सभी का स्वागत करते हुए कहा कि लघु उद्योग राष्ट्र निर्माण में सहायक हैं, इन्हें बेहतर माहौल देने के लिए सरकार लगातार प्रयत्नशील है, एसोचैम के तत्वाधान में एमएसएमई सम्मेलन के पांचवें सस्करण का आयोजन राजधानी लखनऊ में हुआ।

लघु और मध्यम उद्योग राष्ट्र निर्माण में सहायक होते हैं जिन्हें बढ़ावा देने की जरूरत है। इस पर उत्तर प्रदेश सरकार 2017 से ही काम कर रही है, उन्होंने कहा पहले प्रदेश में निवेश का माहौल लगभग नकारात्मक था लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व में सरकार ने तमाम स्तरों पर निवेश को बढ़ावा देने के प्रयास किए हैं । आज प्रदेश में सड़कों की स्थिति बेहतर हुई है, हर तरफ एक्सप्रेस वेज का नेटवर्क तैयार हो रहा है, बिजली व्यवस्था जहां पहले हफ्ते भर के रोटेशन में रहा करती थी, वह स्थिति अब बदल चुकी है। आज प्रदेश में कानून व्यवस्था इतनी बेहतर हुई है कि निवेशक यहां बेखौफ होकर कारोबार या उद्यम लगाने में उत्साहित है ।

सिंगल विंडो सिस्टम और ईज ऑफ डूइंग बिजनेस को बढ़ावा दिया है, जिसके परिणाम स्वरूप पिछले इन्वेस्टर्स मीट में 4 लाख करोड़ से अधिक के प्रस्ताव प्राप्त हुए । उन्होंने आश्वासन दिया कि किसी का भी अहित नहीं होने दिया जाएगा।

एसोचैम के तत्वाधान में एमएसएमई सम्मेलन के पांचवें सस्करण का आयोजन राजधानी लखनऊ के होटल हयात में हुआ। दो दिवसीय इस सम्मेलन का उद्घाटन उप मुख्य मंत्री श्री बृजेश पाठक जी के कर कमलो से दिव्य प्रज्वलन के साथ हुआ । इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री श्री राकेश सचान एमएसएमई एवं प्रमुख सचिव श्री आलोक कुमार जी के साथ ही एसोचैम के तमाम वरिष्ठ पदाधिकारी भी मौजूद रहे।

सम्मेलन की शुरुआत हसन याकूब के स्वागत भाषण से हुई । परिवर्तनीय सुधारो द्वारा वैश्विक प्रतिस्पर्धाशीलता विषय पर आयोजित इस कार्यशाला में इसके परिपेक्ष मे प्रदेश के एमएसएमई की तैयारी और चुनौतियां आदि पर विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों के अनुभव और विचारों को मंच प्रदान किया गया।

एसोचैम की चेयरपर्सन श्रीमती सुषमा पाल बर्लिया जी ने अपने ऑनलाइन संबोधन के माध्यम से प्रदेश भर से आए एमएसएमई प्रतिनिधियों व अन्य गणमान्य लोगों के बीच इस सम्मेलन की रूपरेखा रखी, उन्होंने कहा कि एमएसएमई सेक्टर प्रदेश की अर्थव्यवस्था की हार्टबीट है। बदलते विश्व परिदृश्य में हमें इसके लिए तैयार रहना चाहिए, उन्होंने एमएसएमई सेक्टर के लिए आने वाला समय अनुकूल होने की आशा व्यक्त की, प्रदेश के कारोबारी माहौल के बारे में सकारात्मक विचार रखते हुए श्रीमती सुषमा पाल बर्लिया जी ने ओडीओपी स्कीम को एक कामयाब कदम बताया साथ ही रिमोट एरियाज या ग्रामीण क्षेत्र के एमएसएमईस के लिए हैंड होल्डिंग की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने उम्मीद जताई कि निकट भविष्य में उत्तर प्रदेश एक नई टेंप्लेट रखने में कामयाब होगा।

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