उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के नेतृत्व व निर्देशन में ग्राम्य विकास विभाग के माध्यम से विभिन्न विकासोन्मुखी योजनाओं का संचालन किये जाने के साथ ही ग्रामीण महिलाओं की आजीविका संवर्धन के बहुआयामी प्रयास किए जा रहे हैं।

महात्मा गांधी नरेगा योजना के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्र में निवास कर रहे परिवारों के वयस्क सदस्यों को मांग के अनुसार अकुशल श्रम रोजगार उपलब्ध कराते हुए स्थायी परिसम्पत्तियों का सृजन किया जाना राज्य सरकार की महत्वपूर्ण प्राथमिकता है। ज्ञात हो कि महात्मा गांधी नरेगा योजना के अन्तर्गत अन्य विभागों के सहयोग से ग्रामीण अवस्थापना संबंधी कार्य खाद्य गोदाम (अन्नपूर्णा भवन) का सृजन किया जा रहा है। इसके साथ ही मनरेगा योजना के अन्तर्गत रूरल हॉट निर्माण कार्य भी अनुमन्य योजना के अन्तर्गत निर्मित किये जाने वाले खाद्य गोदाम के स्थल के निकट भूमि की उपलब्धता के अनुसार सामर्थ्य मैनुअल में दिये गये डिजाइन के अनुरूप रूरल हॉट का निर्माण कार्य भी कराया जाना है। ग्राम पंचायतों में योजना के अतंर्गत खाद्य गोदाम (अन्नपूर्णा भवन) के निकट ग्रामीण हाट बाजारों का निर्माण कराये जाने हेतु शासन स्तर से समस्त जिलाधिकारियों को निर्देश निर्गत कर दिये गये हैं।

ग्रामीण क्षेत्रों में खाद्य गोदाम के निकट बनने वाले रुरल हाट बाजार का संचालन राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़े स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा किया जाएगा। इससे अन्नपूर्णा भवन के पास ही वस्तुओं को क्रय करने का विकल्प राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की महिलाओं को हो जाने से उनकी आजीविका संवर्द्धन में वृद्धि हो सकेगी। छोटे और निर्धन किसानों को लाभ पहुंचाना तथा उनको उनकी उपज की बिक्री हेतु उचित स्थान मिल सके ,इस उद्देश्य से सरकार द्वारा ग्रामीण हाट बाजारों को विकसित किया जा रहा है। गांवों में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम और अन्य सरकारी योजनाओं का उपयोग करके भौतिक बुनियादी ढांचे को मजबूत कर हाट बाजार विकसित किए जा रहे हैं। ये हाट बाजार किसानों को उपभोक्ताओं और थोक खरीदारों को सीधे बिक्री करने की सुविधा प्रदान करने में बहुत ही सहायक सिद्ध हो रहे हैं।

मूलभूत सुविधाओं से युक्त हाट बाजार…

योजना के अन्तर्गत निर्मित किये जाने वाले खाद्य गोदाम के स्थल के निकट भूमि की उपलब्धता के अनुसार सामर्थ्य मैनुअल में दिये गये डिजाइन के अनुरूप रूरल हाट का निर्माण कार्य कराने के निर्देश दिये गये हैं। ग्रामीण क्षेत्र में स्थित बाजारों को मूलभूत सुविधाओं से लैश कर हाट बाजारों के रूप में विकसित किया जा रहा है। ग्रामीण विकास मंत्रालय, भारत सरकार के सामर्थ्य मैनुअल में दिये गये डिजाइन के अनुसार एक रूरल हाट बाजार में 28 दुकानों की व्यवस्था पीने के पानी की व्यवस्था, शौचालय, दो पहिया वाहनों हेतु पार्किंग की व्यवस्था,नाली की व्यवस्था, स्टोर, ऑफिस इत्यादि सुविधाएं देना प्रस्तावित है।

आयुक्त, ग्राम्य विकास उ0प्र0 जी0एस0 प्रियदर्शी द्वारा अवगत कराया गया कि मनरेगा योजना के अंतर्गत अकुशल श्रम रोजगार उपलब्ध कराने के साथ ही स्थायी परिसम्पत्तियों का निर्माण भी कराया जा रहा है। उसी दिशा में मनरेगा योजना के अंतर्गत अन्य विभागों के सहयोग से सृजित किये जा रहे अन्नपूर्णा भवनों के निकट भूमि की उपलब्धता के अनुसार रूरल हाट बाजार के निर्माण कराने हेतु जनपदों को शासन स्तर से निर्देशित किया गया है, जिसका संचालन स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं द्वारा किया जाना है। इस कदम से महिलाओं की आजीविका संवर्धन में वृद्धि भी होगी।

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